सम्भाषणम्:चरकसंहिता शारीरस्थान
विषयः योज्यताम्दिखावट
अथातः कतिधापुरुषीयं शारीरं व्याख्यास्यामः ।। चसं-५,१.१ ।।
इति ह स्माह भगवान् आत्रेयः ।। चसं-५,१.२ ।।
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